Saturday, December 22, 2012

अल्पसंख्यक कच्ची बस्तियों के सुधार हेतु राज्य सरकार ने 350 करोड रुपये स्वीकृत किये


जयपुर, 22 दिसम्बर। राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष मोहम्मद माहिर आजाद ने कहा कि राज्य सरकार हर तबके के लोगों के लिये संवेदनशील होकर कार्य रही है। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने पहल कर राज्य के अल्पसंख्यकों की कच्ची बस्तियों मेंं आधारभूत सुविधाओं के विस्तार तथा मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु 350 करोड़ रुपये स्वीकृत किये हैं।
श्री आजाद शनिवार दोपहर चित्तौडगढ़ में ग्रामीण विकास अभिकरण सभागार में प्रधानमंत्री के नये 15 सूत्री कार्यक्रम की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा अल्पसंख्यकों के कल्याण हेतु कई योजनाएं चला रखी है जिसकी पूरी जानकारी उन्हें अब तक नहीं है। इन योजनाओं का प्रचार-प्रसार कर उन्हें लाभान्वित किया जाना चाहिये।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अल्पसंख्यकों के लिये 15 औद््योगिक प्रशिक्षण संस्थान भी खोले हैं जिनमें तकनीकी शिक्षा प्राप्त कर अल्पसंख्यक युवा बेहतर भविष्य बना सकते है। अल्पसंख्यक वर्ग के छात्रों को अब 2 लाख रुपये तक के शिक्षा ऋण भी बिना किसी कठिनाई के जिला स्तर पर ही स्वीकृत किये जा सकेंगे जिससे उनके उच्च शिक्षा की राह आसान होगी।
श्री आजाद ने कहा कि अल्पसंख्यक वर्ग शिक्षा की कमी की वजह से पिछड़ा है, अत: अपने बच्चों खासकर बच्चियों को अच्छी तालीम दिलायें। राज्य सरकार ने कई तरह के प्रशिक्षण व कोचिंग भी प्रारंभ किये हंै जिसका युवा वर्ग पूरा-पूरा लाभ उठाएं। उन्होंने कहा कि नगर परिषद द्वारा यहां अल्पसंख्यक वर्ग की कच्ची बस्तियों मेें सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जानी चाहिये तथा उन्हें विभागीय योजनाओं के तहत विभिन्न प्रकार के ऋण भी सहजता से प्रदान किये जाने चाहिये ताकि वे अपना आर्थिक व सामाजिक स्तर ऊंचा उठा सके।
उन्होंने कहा कि जिले में 1756 आंगनबाड़ी केन्द्रों के केवल 50 अल्पसंख्यक वर्ग की महिलाएं कार्यरत हैं जो काफी कम है। इसमें निश्चय ही वृध्दि होनी चाहिये ताकि समाज में सकारात्मक संदेश जाये। श्री आजाद ने आंगनबाड़ी केन्द्रों के लाभान्वित बच्चों की संख्या पर संतोष व्यक्त किया तथा कहा कि जिले के सभी 31 मदरसों में मिड-डे-मील उपलब्ध कराया जा रहा है, यह भी सराहनीय है।
श्री आजाद ने जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक से कहा कि जिले के बेंगू क्षेत्र में उर्दू शिक्षकों की कमी है जिसे शीघ्र पूरा किया जाय। उन्होंने प्रधानमंत्री के 15 सूत्री कार्यक्रम के तहत जिले में अब तक प्राप्त की गई उपलब्धियों की बिंदुवार समीक्षा भी की।
बैठक मेें अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी लियाकत अली सोरगर ने बताया कि जिले में 2011-12 में 917 अल्पसंख्यक छात्रों को पूर्व मेट्रिक तथा उत्तर मेट्रिक छात्रवृत्ति प्रदान की गई है तथा 2012-13 के लिये 4 हजार 535 आवेदन प्राप्त हुए हैं।
बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जगवीरसिहं, इसाई समाज के फादर जॉनी पी. अब्राहम, सिख समाज के सरदार सतपाल सिहं, मुस्लिम समाज के विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी तथा विभागीय जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
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Sunday, December 16, 2012

मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने रविवार को विजय दिवस के अवसर पर शहीदों को श्रद्घाजंलि दी।


जयपुर, 16 दिसम्बर। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने रविवार को विजय दिवस (16 दिसम्बर) के अवसर पर यहां अमर जवान ज्योति पर पुष्पाहार अर्पित कर अमर शहीदों को श्रद्घाजंलि दी।
इस अवसर दिवंगत आत्माओं की शांति के लिये दक्षिण-पश्चिम कमान के एक सैन्य दल द्वारा लास्ट पोस्ट धुन बजायी गयी तथा दो मिनट का मौन रखा गया।
लेफ्टिनेट जनरल सुमेर सिंह, मेजर जनरल के. जे. एस. थिंद, जिला कलक्टर श्री टी. रविकान्त, राजस्थान फाउण्डेशन के उपाध्यक्ष श्री राजीव अरोड़ा, दक्षिण-पश्चिम कमान के साथ अन्य वरिष्ठ अधिकारियों तथा भूतपूर्व सैनिकों ने भी शहीदों को  श्रद्घाजंलि दी।
देश में हर वर्ष 16 दिसम्बर को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है क्योंकि इस दिन हमारी सेना ने 1971 में पाकिस्तान पर विजय प्राप्त की थी। पाकिस्तानी सेना द्वारा एकतरफा समर्पण करने के पश्चात बांग्लादेश के गठन के बाद युद्घ समाप्त हुआ था। यह दिन पूरे देश में अमर शहीदों को श्रद्घाजंलि अर्पित करने के लिये मनाया जाता है जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए थे।


मुख्यमंत्री का डबोक हवाई अड्डे पर भव्य स्वागत



        जयपुर, 16 दिसम्बर। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत का रविवार को उदयपुर के महाराणा प्रताप हवाई अड्डे पहुंचने पर वरिष्ठ जनप्रतिनिधियों, समाजसेवी,  आला अधिकारियों एवं गणमान्य लोगों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। मुख्यमंत्री राजकीय वायुयान से उदयपुर पहुंचे, उनके साथ सार्वजनिक निर्माण मंत्री श्री भरत सिंह भी थे ।
        हवाई अड्डे पर जिला प्रभारी एवं जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री श्री महेन्द्रजीत सिंह मालविया, चित्तौडग़ढ़ सांसद डॉ. गिरिजा व्यास, उदयपुर सांसद श्री रघुवीर मीणा संसदीय सचिव श्री गजेन्द्र सिंह शक्तावत, राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष श्री आर.डी.जावा, मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.आई.वी.त्रिवेदी राजस्थान अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष श्री दिनेश तरवाड़ी एवं जिला प्रमुख श्रीमती मधु मेहता, संभागीय आयुक्त डॉ.सुबोध अग्रवाल, पुलिस महानिरीक्षक श्री टी.सी.डामोर, जिला कलक्टर श्री विकास सीतारामजी भाले(उदयपुर), श्री रवि जैन(चित्तौडग़ढ़) सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
        श्री गहलोत ज्योंही टर्मिनल बिल्डिंग से बाहर निकले वहां मौजूद वरिष्ठ जनप्रतिनिधि, समाज सेवी एवं प्रबुद्घजन ने पुष्पहार एवं पुष्प गुच्छ भेंट कर उनकी अगवानी की। इसके बाद श्री गहलोत चित्तौडग़ढ़ के दांता हेतु सडक़ मार्ग से प्रस्थान कर गए।
मुख्यमंत्री ने विजय दिवस पर शहीदों को श्रद्घाजंलि दी

मुख्यमंत्री का डबोक हवाई अड्डे पर भव्य स्वागत



        जयपुर, 16 दिसम्बर। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत का रविवार को उदयपुर के महाराणा प्रताप हवाई अड्डे पहुंचने पर वरिष्ठ जनप्रतिनिधियों, समाजसेवी,  आला अधिकारियों एवं गणमान्य लोगों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। मुख्यमंत्री राजकीय वायुयान से उदयपुर पहुंचे, उनके साथ सार्वजनिक निर्माण मंत्री श्री भरत सिंह भी थे ।
        हवाई अड्डे पर जिला प्रभारी एवं जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री श्री महेन्द्रजीत सिंह मालविया, चित्तौडग़ढ़ सांसद डॉ. गिरिजा व्यास, उदयपुर सांसद श्री रघुवीर मीणा संसदीय सचिव श्री गजेन्द्र सिंह शक्तावत, राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष श्री आर.डी.जावा, मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.आई.वी.त्रिवेदी राजस्थान अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष श्री दिनेश तरवाड़ी एवं जिला प्रमुख श्रीमती मधु मेहता, संभागीय आयुक्त डॉ.सुबोध अग्रवाल, पुलिस महानिरीक्षक श्री टी.सी.डामोर, जिला कलक्टर श्री विकास सीतारामजी भाले(उदयपुर), श्री रवि जैन(चित्तौडग़ढ़) सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
        श्री गहलोत ज्योंही टर्मिनल बिल्डिंग से बाहर निकले वहां मौजूद वरिष्ठ जनप्रतिनिधि, समाज सेवी एवं प्रबुद्घजन ने पुष्पहार एवं पुष्प गुच्छ भेंट कर उनकी अगवानी की। इसके बाद श्री गहलोत चित्तौडग़ढ़ के दांता हेतु सडक़ मार्ग से प्रस्थान कर गए।
मुख्यमंत्री ने विजय दिवस पर शहीदों को श्रद्घाजंलि दी

Friday, December 14, 2012


 सिरोही, 14 दिसम्बर।          
प्रभारी मंत्री ने  नई आबादी  जावाल स्कूल में किए स्वैटर वितरण:- महिला एवं बाल विकास विभाग राज्यमंत्री एवं जिला प्रभारी मंत्री श्रीमती मंजूदेवी मेघवाल  ने राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय नई आबादी जावाल में पहुच कर अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को पहल वेलफेयर सोसायटी के भामाशाह दिनेश चौधरी की ओर उपलŽध कराए गए 150 स्वैटरों का वितरण किए। उन्होंने वहॉ उपस्थित छात्र-छात्राओं से रूबरू होते हुए कहा कि मनुष्य का धर्म है कि वह अच्छे कार्य करें । उन्होंने कहा कि अपनों के लिए तो सभी कार्य करते है , लेकिन दूसरों के लिए किए गए कार्यो में परमार्थ के कार्य होते है। उन्होंने शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि शिक्षा के महत्व को समझे । उन्होंंने सरकार के द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए गए कार्यो की जानकारी देकर योजनाओं से अवगत कराया।
      इस अवसर पर जिला कलटर मदनसिंह काला ने कहा कि किसी के दिल में कार्य करने की तमन्ना हो तो कार्य में सफलता अवश्य ही मिलती है। उन्होंने कहा कि प्रेम और लग्न से किए गए कार्य हमेंशा सफल होते है। उन्होंने कहा कि हमेशा व्यित को देने का भाव मन मेें रखना चाहिए न की लेने का । इस अवसर पर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी समेत विद्यालय के शिक्षकगण मौजूद थे।
सिरोही, 14 दिसम्बर।          
 महिला एवं बाल विकास विभाग राज्य मंत्री एवं जिला प्रभारी मंत्री श्रीमती मंजू देवी मेघवाल ने कहा कि  जिस मकसद से ऋण लिया जाए , उस उद्ेदश्य को ध्यान में रखकर ही उस राशि का उपयोग किया जाए।
     वे आज जिला प्रशासन की ओर से आयोजित पंचायत समिति पिण्डवाडा के प्रागंण में आयोजित ऋण मेला शिविर में उपस्थित जनों को सम्बोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि यह एक जिला प्रशासन की अनोखी पहल है, कि हर पंचायत समिति पर इस तरह के ऋण मेला शिविर आयोजित कर आम जन को सरकार की योजनाओं के अनुरूप लाभ पहुचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस तरह के शिविर आयोजित होने से आम जन को बैकों के अनावश्य च€कर नहीं लगाने पडते है और एक ही छत के निचे विभिन्न प्रकार के ऋण उपलŽध करवाया जा रहा है, जिससे समय व आर्थिक परेशानी से बचा जा रहा है। उन्होंने वहॉ उपस्थित विभिन्न विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इस ऋण मेले के द्वारा अधिकाधिक लोगों को आवेदन पत्र पूर्ति कर ऋण उपलŽध करावें और मौके पर ही उनकी समस्याओं का समाधान भी करें।
           प्रभारी मंत्री द्वारा मौके पर ही तैयार किए स्वंय सहायता समूहों  को ऋणों के चैक दिए गए साथ ही उन्होंने पी.पी.ओ आदेश एवं मुख्यमंत्री Žयाज मु€त फसली ऋण योजनान्तर्गत चैक वितरण किए गए।
           इस अवसर पर पंचायत समिति पिण्डवाडा के प्रधान भंवरलाल मेघवाल ने भी अपने उद्बोधन में कहा कि सरकार द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए स्वंय जागृत हों और अन्य को भी योजनाओं की जानकारी दें ताकि योजनाओं का लाभ उठाया जा सके। पूर्व जिला प्रमुख केसरमल गमेती ने भी सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी देकर उनसे लाभ उठाने की बात कहीं। अंत में जिला परिषद के मुख्य कार्यकार अधिकारी एस.एस. पंवार ने आभार ज्ञापित किया गया ।
नगरपालिका पिण्डवाडा:- जिला प्रभारी मंत्री श्रीमती मंजूदेवी मेघवाल ने ‘‘ प्रशासन शहरों के संग अभियान-2012 के तहत लगे शिविर का औचक निरीक्षण कर वहॉ की व्यवस्थाओं का जायजा लेकर आवश्यक निर्देश दिए । उन्होंने वहॉ लगे काउन्टरों का भी अवलोकन किया एवं उनसे जानकारी हासिल कर प्रगति रिर्पोट से अवगत हुए । उन्होंने वहॉ पर कच्ची बस्ति के पट्टे वितरण किए। इस अवसर पर जिला कल€टर मदनसिंह काला , मुख्य कार्यकारी अधिकारी एस.एस. पंवार , उपखंड अधिकारी , तहसीलदार एवं विकास अधिकारी व अन्य विभागों के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।

Thursday, December 13, 2012

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Saturday, December 1, 2012

गौरवशाली इतिहास का साक्षी है सिरोही

सिरोही। समाचार। रमेश सुथार। राजस्थान के दक्षिण पश्चिम में स्थित सिरोही राज्य क्षैत्रफल में अत्यंत छोटा जिला होते हुए अपने आंचल में गौरवशाली इतिहास समेटे हुए है। विक्रम संवत 1482 में राव सहस्त्रमल (शेषमल) ने अपने राज्य की राजधानी के रूप में सिरोही की स्थापना की थी।चौहान कुल कल्पद्रुम के अनुचार राव सहस्त्रमल आखेट (शिकार) के लिए अक्षय द्वितीया के दिन निकले थे कि अचानक खरगोश की ओर से शिकारी पर लपकने का परिदृश्य देखकर अचंभित रह गये। वर्तमान महलों के स्थान पर घोर जंगल था,जंहा पर इस तरह के दृश्य से प्रभावित होकर उन्होने उसी  समय राजधानी बनाने का आदेश दिया। जिस पत्थर पर खडे होकर खरगोश नें शिकारी का सामना किया था ।वहीं प्रथम नींव का पत्थर बना। इतिहास साक्षी है कि सन् 1206 में माणिकयराय ने जालोर से पृथक होकर बरलुट में अपने राज्य की स्थापना की। सन् 1250 महाराव विजयराज के काल में वाडेली एवं सन् 1307 में चंद्रावती राज्य की राजधानी रहे। सन् 1311 में राव लुंबा ने परमार राजाहुण को हराकर आबू विजय कर राजधानी बनाई। विक्रम संवत 1462 में राव शिवभाण (शोभा) ने खोबा (पुरानी सिरोही) में शिवपुरी नाम से नगर बसाकर राजधानी बनाया, जो 20 वर्ष तक रहीं।इसके बाद राव सहस्त्रमल ने शुभ शकुन देखकर वर्तमान सिरोही की स्थापना अक्षय द्वितीया के दिन की जो संवत 1482 में की जो स्वतंत्रता प्राप्ति तक आज से 2059 वर्ष पहले अबुंर्दाचल के तत्कालीन परमार राजा पाण्डु ने विक्रम संवत सात में वैजनाथ महादेव के नाम से इस प्राचीन शिव मंदिर की स्थापना की।
पारंपरिक रीति रिवाजों का प्रतीक है सारणेश्वर मेला
कालांतर में ईस्वी सन् 1298 में दिल्ली के सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी ने गुजरात कें सोलंकी साम्राज्य को ध्वस्त करने के उपरान्त सिद्धपुर स्थित रूद्रमान शिवालय टुकड़े टुकड़े कर अलाउद्दीन की सेना उनके सेनापति मलिक काफुर के नेतृत्व में गाय के खून से लथपथ चमडे में बांधकर घसीटते हुए वर्तमान सिरणवा के रास्ते दिल्ली की ओर रवाना हुई। इतिहासकार गौरीशंकर औझा के अनुसार सिरोही के तत्कालीन नरेश महाराव विजयराज की ओर से इसका विरोध करने पर दोनों के बीच युद्ध हुआ। वर्तमान सिरोही राज्य एवं तत्कालीन अबुंर्दाचल के सभी धर्म भक्तों नें राज्य का साथ दिया।रेबारी समाज नें गोफण से सिरणवा पर्वत पर मोर्चा संभाला तथा शाही  सेना पर गोफण से पत्थर बरसाए।शिव की कृपा से शाही सेना को खदेडकर शिवलिंग को मुक्त करा लिया गया और सारणेश्वर में स्थापित कराया गया।यह सिरणवा की तहलटी में स्थित होने से सिरणेश्वर महादेव एवं अपभ्रंश वश कालांतर में सारणेश्वर महादेव के नाम से जिले के आराध्यदेव के रूप में पूजे जाते है। शिवलिंग स्थापना में रेबारी समाज के अर्पूव सहयोग की याद में तत्कालीन महाराव विजयराज ने एक दिन के मंदिर मेले का अधिकारी रेबारी समाज को देकर गौरवान्वित किया। यह परम्परा आज भी कायम है।उल्लेखनीय है कि शिव मंदिर का नामकरण सिरणवा पर्वत के नाम के साथ ही युद्ध   का पर्याय धार के द्वारा भी माना गया है। संस्कृत में धार को छार भी कहते है। अपभ्रंश के कारण इस शब्द की उत्पति हुई। मंदिर में रूद्रमान शिवलिंग स्थापना में समस्त वर्णों का भी अभूतपूर्व योगदान रहा। चौहान कुल कल्पद्रुम में लल्लूभाई देसाई एवं तवारीख राज सिरोही में ब्रह्माणों के त्याग और बलिदान का उल्लेख है कि उनके शवों से सवा मन जनेऊ उतरी थी। महाराव विजयराज के अद्भुत शौर्य धार्मिक प्रेम के कारण कवियों ने उसे बीझड कहकर भी संबोधित किया है।

Friday, November 30, 2012


बाड़मेर। दहेज में कुत्ता एवं गधा देने की बात कही जाए तो शायद हर कोई इसे मजाक समझेगा। लेकिन यह हकीकत है। इतना ही नहीं, दो साल तक संभावित औरत को मांगकर खिलाने की शर्त पूरी करने के बाद गर्भावस्था में सियार का मांस ही उनकी खुशहाल जिन्दगी आधार बनता है। यह अलग बात है कि यह परंपरा महज जोगी जाति के कुछ परिवारों तक ही सिमट गई है।
पश्चिमी राजस्थान में घुमक्कड़ एवं भीख मांगकर गुजारा चलाने वाली जोगी जाति के परिवारों के लिए ऐसी परंपराएं आम बात रही है। भले ही इन पर दूसरे लोग विश्वास करें या नहीं। प्रतापनाथ को आज भी अपनी शादी का वो दिन याद है जब उसे दहेज में कुत्त्ते के साथ गधा मिला था। कुत्ता उसे अस्थाई ठिकाने के रखवाली एवं शिकार में मदद के लिए और गधा इसलिए कि वो आसानी से अपना बोरियां-बिस्तर एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जा सके। यह बात भी महज दस पुरानी है जब उसने शादी के लिए अपनी औरत रूपो को दो साल तक कमाकर खिलाया था। उसके बाद रूपो की रजामंदी से ही तो उसकी शादी हुई थी।
हालांकि उसे अभी भी मलाल है कि वह अपनी औरत को गर्भावस्था के दौरान सियार का मांस नहीं खिला पाया। हालांकि उसने कोशिश तो की थी परंतु सियार उसकी पकड़ में नहीं आया था। प्रतापनाथ के शब्दों में वो रिवाज अब लगभग खत्म होने को है। शादी की बात हो या अन्य कोई काम इनके अपने रिवाज है।
आजादी के 55 साल बाद भी न तो इनके पास जमीन है और न हीं रहने के आशियाने। खुले आसमान में जीवन यापन करने की मजबूरी के साथ ये कई ऐसे दर्द छुपाएं हुए है, जिन्हें वो बताकर अपना दर्द बढ़ाना भी नहीं चाहते। अब तक मांगकर गुजारा करने वाले इन लोगों को अब भीख भी नहीं मिलती। ऐसे में वे परंपरागत काम छोड़कर अन्य काम अपना रहे है। बावजूद इसके इसमें कई दिक्कतें पेश आ रही है। रही सरकारी मदद की बात, वो मिले भी कैसे? कईयों के नाम तो राशनकार्ड में भी दर्ज नहीं है।
कानाता में डेरा डाले एक बुजुर्ग कानाराम बताते है कि राशनकार्ड ऐसे कुछ जोगियों के बनाए गए है जिन्होंने समय-समय पर पटवारियों एवं सरपंचों वगैरह की बेगार निकाली है। इन लोगों को रोजगार एवं जमीन वगैरह की जरूरत तो है। इससे भी अधिक चिन्ता उन्हें इस बात की है कि जिस परंपरा रूपी विरासत को संभाले हुए है, वो खत्म होती जा रही है।

Thursday, November 29, 2012



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Tuesday, November 27, 2012

मुम्बई, 27 नवंबर । महाराष्ट्र में आदर्श सोसाइटी घोटाले में आरोपी व्यवसायी व पूर्व कांग्रेस नेता कन्हैयालाल गिडवानी का मंगलवार सुबह दिल का दौरा पडऩे से निधन हो गया। 61 वर्षीय गिडवानी को दो दिन पहले ही सांस लेने में तकलीफ की समस्या के बाद दक्षिणी मुम्बई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि गिडवानी ने मंगलवार सुबह अंतिम सांस ली। उनका शव उनके घर ले जाया जाएगा। दादर में मंगलवार शाम उनका अंतिम संस्कार होगा।
 
पूर्व विधायक व महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रवक्ता गिडवानी को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कोलाबा में आदर्श आवास सोसाइटी घोटाले के सिलसिले में पिछले साल मार्च में गिरफ्तार किया था।
 
गिडवानी आदर्श सोसाइटी के मुख्य प्रमोटर थे। उन पर इस मामले की जांच कर रहे सीबीआई के अधिकारियों को प्रभावित करने के लिए वित्तीय सलाहकार जे. के. जगियासी को 1.25 करोड़ रुपये देने का आरोप था।
 
गिडवानी की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस ने उन्हें पार्टी से निलम्बित कर दिया था और उनसे दूरी बना ली थी।
 
आदर्श सोसाइटी घोटाले मामले में याचिकाकर्ताओं के वकील अशीष मेहता ने कहा कि गिडवानी की मौत से मामले में जारी मुकदमे की सुनवाई प्रभावित नहीं होगी।
नई दिल्ली, 27 नवंबर । खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के मुद्दे पर विपक्ष के विरोध का सामना कर रही केंद्र सरकार ने मंगलवार को कहा कि वह इस पर संसद में किसी भी नियम के तहत चर्चा कराए जाने के लिए तैयार है। लेकिन इस बारे में अंतिम निर्णय लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ही लेंगी। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की समन्वय समिति की मंगलवार को हुई बैठक के बाद केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ ने कहा कि केंद्र सरकार किसी भी नियम के तहत चर्चा कराए जाने के खिलाफ नहीं है। हम मतदान को लेकर चिंतित नहीं हैं।
 
खुदरा क्षेत्र में एफडीआई को अनुमति देने के केंद्र सरकार के फैसले के खिलाफ विपक्षी दलों के हंगामे के कारण मंगलवार को लगातार चौथे दिन संसद के शीतकालीन सत्र की कार्यवाही बाधित हुई। इसी के मद्देनजर संप्रग की समन्वय समिति की बैठक बुलाई गई थी।
 
कमलनाथ ने कहा कि बैठक में शामिल अत्यधिक सदस्यों ने किसी भी नियम के तहत चर्चा कराए जाने का समर्थन किया। इस बारे में लोकसभा अध्यक्ष को अवगत कराऊंगा। इस पर फैसला वही करेंगी।
 
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और वामपंथी दल इस मुद्दे पर वोटिंग के प्रावधान वाले नियम 184 के तहत चर्चा कराने की मांग कर रहे हैं।
मुंबई। फिल्म खिलाडी 786 के गीत बलमा को श्रीराम ने भी याद किया है। अरे-अरे चौकिये मत, यहाँ हम मर्यादा पुरुषोतम श्रीराम की बात नहीं कर रहे हैं, बल्कि हम बात कर रहे हैं, इंडियन आयडल फेम गायक यह श्रीराम चन्द्र की, जिन्होंने अपनी मधुर आवाज में इन दिनों काफी पसंद किए जा रहे फिल्म खिलाडी 786 के गीत ’बलमा’ को गाया है।
खिलाड़ी कुमार यानि अक्षय कुमार की जल्द ही आने वाली फिल्म ‘खिलाड़ी 786′  का यह आइटम गीत ‘बलमा’ इन दिनों टॉप रेटिंग में चल रहा है। सभी इस गीत को पसंद तो कर ही रहे हैं और साथ में गायक श्रीराम की आवाज़ को भी पसंद किया जा रहा है।
अपने प्रशंसकों की प्रतिक्रिया से अभिभूत हुए इंडियन आइडल विजेता श्रीराम कहते हैं, “इस गीत के रिलीज होने के एक घंटे के अंदर ही दुनियाभर से मेरे दोस्तों, रिश्तेदारों और प्रशंसकों के कॉल आने शुरू हो गए थे। इसके लिए मैं संगीतकार हिमेश रेशमिया का बहुत ही आभारी हूँ, जिन्होंने मुझे यह मौका दिया।”
बलमा को गाने वाले गायक श्रीराम जिन्होंने हिंदी फिल्मों में अपने पार्श्व गायन की शुरुआत फिल्म ‘मेरे ब्रदर की दुल्हन’ के गीत “कैसा ये इश्क है….” से की थी। ‘बलमा’ गीत के बारे में बात करते हुए वो कहते हैं, “मेरी मुलाकात एक शो के दौरान हिमेश से मुलाकात हुई थी, मेरी आवाज सुनने के बाद उन्होंने मुझे बधाई दी और और कहा कि तुम मेरी फिल्म में गीत गाओगे। इस तरह मुझे बलमा गीत गाने का मौका मिला। बलमा गीत तो मेरे लिए जैकपॉट की तरह है क्योंकि इसमें हिमेश, श्रेया और अक्षय कुमार तीनो ही है। मेरे लिए बहुत ही यादगार अनुभव रहे है इस गीत के साथ।”
श्रीराम फिल्मों में गीत तो गा ही रहे हैं इसके अलावा दक्षिण की फिल्मों में अभिनय भी कर रहे हैं। उनकी दूसरी तेलुगु फिल्म की शूटिंग जल्दी ही शुरू होने वाली है।

Sunday, June 3, 2012

श्री शेखावत ने 56 लाख रुपये के स्वास्थ्य केन्द्रों का किया शिलान्यास

सिरोही। समाचार। रमेश पेन्टर। विधानसभाध्यक्ष श्री दीपेन्द्र सिंह शेखावत ने शनिवार को नीमकाथाना-श्रीमाधोपुर क्षेत्र में 56 लाख रुपये की लागत के दो राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भवनों का दीपावास व लादी का बास में विधिवत पूजा अर्चना कर व पट्टिका ...अनावरण कर शिलान्यास किया। इस अवसर पर आयोजित समारोह में ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि दीपावास में 28 लाख रुपये की लागत के स्वास्थ्य केन्द्र बन जाने से दीपावास के अलावा अन्य ढाणियों के गरीब लोगों को भी चिकित्सा का लाभ मिल सकेगा। यहां चिकित्सा विभाग की चिकित्सकों की सेवाएं गांव के सभी लोगों को मिलने लगेंगी। उन्होंने कहा कि वे गांवों के विकास कार्य कराकर अपना फर्ज पूरा कर रहे हैं।

उन्होंने बताया कि दीपावास में सडक़, शिक्षा सहित सभी आधारभूत सेवाओं का विस्तार किया गया है। दीपावास पंचायत क्षेत्र में गत तीन वर्षों में एक करोड़ 28 लाख 36 हजार रुपये पेयजल कार्यों के लिए स्वीकृत किये गये हैं। उन्होंने बताया कि यहां 21 लाख रुपये के 7 सिंगल फेस नलकूप, 5 लाख 60 हजार रुपये व्यय कर 5 हैण्डपम्प चालू किये गये हैं तथा तीन हैण्डपम्प अभी और स्वीकृत हुए हैं। उन्होंने बताया कि दीपावास में भूमिगत जलस्तर कम हो चुका है इसलिए 99 लाख 36 हजार रुपये दरीबा से पानी दीपावास लाने के लिए मंजूर किये गये हैं तथा यह कार्य शीघ्र ही पूर्ण कर जुलाई माह तक पानी उपलब्ध होने लगेगा। दीपावास में पशु औषधालय खुलने से पशुपालक लाभान्वित हो रहे हैं। इसके अलावा गांव तेलीवाला विद्यालय एवं मौकलवास में दो-दो नये कमरों के निर्माण की स्वीकृति जारी हुई है।

उन्होंने कहा कि एक जनप्रतिनिधि से जनता की अपेक्षा गांव का विकास करने, दुख दर्द में काम आने, बिना किसी स्वार्थ के कार्य कराने तथा गांव में आपसी भाईचारा व प्रेम को बढावा देने की होती है जिसे वे बखूबी निभा रहे हैं। विधानसभाध्यक्ष के लादी का बास में पहुंचने पर सभी ग्रामीणों ने डीजे के साथ अगवानी कर उन्हें शिलान्यास स्थल पर ले गये जहां पर विधिवत पूजा कर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की आधार शिला रखी। इस अवसर पर उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि जनता ने जो लाठी उन्हें संभलवाई है उसी के अनुरूप जनकल्याण के कार्य कर रहा हॅू। श्रीमाधोपुर क्षेत्र में विकास कार्य इतने हुए हैं कि उनके उद्घाटन करने का समय भी नहीं निकाल पा रहा हॅू। गांवों में विद्युत, पेयजल, शिक्षा, चिकित्सा जैसी बुनियादी क्षेत्र के विकास का ध्यान देकर समस्याओं के समाधान का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि मेरे ऊपर जनता का जो कर्जा है उस कर्जे को ब्याज सहित नहीं चुका पाऊंगा तो मूल चुकाने का प्रयास करूंगा इसमें दो राय नहीं। उन्होंने बताया कि लादी का बास पंचायत में पेयजल के लिए कुल 28 लाख 80 हजार रुपये व्यय कर सिंगलफेस नलकूप व हैण्डपम्पों को चालू कराकर पेयजल आपूर्ति को सुचारू बनाया गया है। उन्होंने ग्रामीणों के अभाव अभियोग भी सुने।
कार्यक्रमों के प्रारम्भ में ग्रामीणों ने विधानसभाध्यक्ष का साफा पहनाकर व माल्यार्पण कर स्वागत किया। इन कार्यक्रमों में बलदेव दास महाराज व पंडित ओमप्रकाश शर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किये और इन क्षेत्रों में हुए विकास कार्यों के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी। इन कार्यक्रमों में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एल.सैनी, जिला परिषद सदस्य फूलचन्द, पंचायत समिति सदस्य संतरा देवी, पंचायत राज संस्थाओं के पंच-सरपंच सहित सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

प्रत्येक जिले में बनेंगे दो-दो जन सुविधा भवन


सिरोही। समाचार। रमेश पेन्टर। आम जन को अपने काम के लिये जिला मुख्यालय आने पर छाया-पानी और विश्राम की सुविधा उपलब्ध कराने के लिये प्रत्येक जिला मुख्यालय पर दो-दो जन सुविधा भवन बनाये जायेंगे। एक भवन जिला परिषद् कार्यालय में होगा तो दूसरा जिला कलेक्टे्रट में। इन केन्द्रों ...के निर्माण पर पच्चीस-पच्चीस लाख रुपये की लागत आयेगी। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की बजट घोषणा की क्रियान्विति में बनाये जा रहे इन सुविधा भवनों का शिलान्यास पूरे राज्य में एक साथ ग्यारह जून को होगा। शिलान्यास कार्यक्रम में जिला प्रभारी मंत्री मुख्य अतिथि होंगे तथा क्षेत्रीय जन प्रतिनिधियों सहित गणमान्य नागरिक भी इस मौके पर उपस्थित रहेंगे। बजट घोषणा के अनुसार जिला परिषद कार्यालयों में बनाये जाने वाले जन सुविधा भवन मेें बैठकें, प्रशिक्षण तथा आमजन को विश्राम की सुविधा होगी। इसी प्रकार जिला कलेक्ट्रेट परिसर में प्रतीक्षा कक्ष सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जायेंगी। शिलान्यास समारोह के दौरान राज्य सरकार की रीति नीति एवं कार्यक्रमों से जुड़ी जानकारी देने के लिये समारोह स्थल पर ही प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा। सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग की ओर से आयोजित इस प्रदर्शनी के दौरान आगन्तुकों को प्रचार साहित्य का वितरण भी किया जायेगा जिसमें राज्य सरकार की प्रमुख योजनाओं एवं कार्यक्रमों की जानकारी होगी। मुख्य सचिव ने इस संबंध में सभी जिला कलेक्टरों को पत्र भेजकर शिलान्यास समारोह से जुड़ी व्यवस्थाओं के संबंध में व्यापक दिशा निर्देश दिये हैं। दोनों ही भवनों का शिलान्यास एक ही स्थान एवं एक ही समय होगा। शिलान्यास समारोह का प्रभारी जिला कलेक्टरों को बनाया गया है।See More

Friday, June 1, 2012

सांचीयाव माता वार्शिकोत्सव की तैयारीयां जोरो पर
सिरोही [रमेश पेंटर ] समीपवर्ती जावाल कस्बे के नीलकण्ठ महादेव मंदिर के प्रथम वार्शिकोत्सव एवं सांचीयाव माता मंदिर का सांतवा वार्शिकोत्सव 2 जून को धूमधाम से मनाया जाएगा।जिसको लेकर पूरे गांव में सजावत की गई है।31 मई को धार्मिक कार्यक्रमों के साथ ही शुरू होने वाले तीन दिवसीय वार्शिकोत्सव की तैयारीयां जोरो पर है

वार्शिकोत्सव को लेकर मंदिर परिसर को आकर्शक फूलों एवं लाईट रोशनी से दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है।वार्शिकोत्सव का आगाज 31 मई को धार्मिक अनुश्ठानों के साथ किया जाएगा।रात में भक्ति संध्या का आयोजन किया जाएगा,जिसमें दिनेष राठौड एंड पार्टी सोजत शानदार प्रस्तुतियां देगे।महोत्सव के दुसरे दिन 1जून को सुबह कस्बें में शोभायात्रा व जलयात्रा निकाली जाएगी जिसमें सैकडो श्रद्धालू भाग लेंगे।षाम को हवन किया जाएगा तथा रात को भक्ति संध्या का आयोजन किया जाएगा,जिसमें अल्का शर्मा एंड पार्टी झालावाड अपनी प्रस्तुतिया देंगे। महोत्सव के अंतिम दिन 2 जून को सुबह शुभ मुर्हत में नीलकंठ महादेव एवं सांचीयाव माताजी का महाभिशेक,महापूजन एवं महाआरती की जाएगी।वहीं मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहन किया जाएगा।मंदिर में भगवान को महाभोग व महाप्रसादी का आयोजन किया जाएगा जिसका पधारे हुए सैकडो श्रद्धालु लाभ लेंगे।
खाद्यान्न वितरण सुनिश्चित हो : कलेक्टर

सिरोही। रमेश पेन्टर। जिला कलेक्टर बन्ना लाल ने एक आदेश जारी कर बताया कि राज्य सरकार द्वारा प्रदत्त निर्देशों की पालना में जिले में माह जनवरी, 2012 से बीपीएल, स्टेट बीपीएल, अन्त्योदय अन्न योजना एवं अन्नपूर्णा योजना के चयनित लाभार्थियों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अन्तर्गत राशन टिकिटों का वितरण किया जाकर उचित मूल्य विके्रताओं के माध्यम से खाद्यान्न का वितरण करवाया जा रहा है। खाद्यान्न वितरण के पश्चात् भुगतान शुदा राशन टिकिट उचित मूल्य विके्रताओं के पास पडे है। इस संबंध में खाद्य मंत्री एवं प्रमुख शासन सचिव द्वारा जिला रसद अधिकारियों को विडियो कान्फ्रेस में दिए गए निर्देशों की अनुपालना में राशन टिकिट जमा कराने के संबंध में निर्देश जारी किए है। जारी निर्देशानुसार माह जनवरी से मई तक के राशन टिकिट एक मुश्त संबंधित कार्यालय में जमा कराये जावे व माह जून से प्रतिमाह वितरित किए जाने वाले खाद्यान्न के राशन टिकिट आगामी माह की 5 तारीख तक जमा किए जायेगें। राशन टिकिट सिरोही तहसील क्षेत्र के लिए जिला रसद कार्यालय में, आबूरोड तहसील क्षेत्र के लिए तहसील कार्यालय आबूरोड में तथा शेष तहसील क्षेत्र के लिए संबंधित उपखंड कार्यालय में जमा कराये जायेगे। प्रत्येक उचित मूल्य दुकानदार प्रतिमाह जमा कराये जाने वाले योजनावार टिकिटों का वितरण प्रपत्र -20 में तीन प्रतियों में तैयार करेगा। प्रपत्र -20 की प्रथम प्रति मय राशन टिकिटों के संबंधित जमा कत्र्ता कार्यालय में तथा द्वितीय प्रति संबंधित खाद्यान्न थोक विके्रता के कार्यालय में जमा करायी जावेगी। तृतीय प्रति उचित मूल्य दुकानदार के पास रिकार्ड में सुरक्षित रखी जावेगी। समस्त जमा कर्ता कार्यालयों द्वारा उचित मूल्य दुकानदारों द्वारा जमा कराये गए राशन टिकिटों के विवरण की सूचना प्रत्येक माह तैयार की जावेगी। यह सूचना उचित मूल्य दुकानदारों द्वारा प्रस्तुत प्रपत्र -20 के आधार पर तैयार की जाकर प्रत्येक माह की 15 तारीख तक जिला रसद कार्यालय सिरोही को प्रेषित की जाएगी। थोक विके्रताओं द्वारा किसी भी उचित मूल्य दुकानदार को राशन टिकिट नहीं जमा कराने पर आगामी माह के खाद्यान्न की आपूर्ति नहीं की जावेगी। यदि थोक विके्रता द्वारा बिल जमा रसीद देखें, खाद्यान्न की आपूर्ति की जाती है तो आवश्यक वस्तु अधिनियम के अन्तर्गत कार्रवाही की जायेगी। उचित मूल्य दुकानदारों द्वारा जमा कराये गए राशन टिकिट पर पेड एवं केन्सल की मोहर लगायी जावेगी। संबंधित प्रवर्तन निरीक्षक राशन टिकिटों के जमा करने की कार्यवाही में संबंधित जमाकत्र्ता कार्यालय के लिपिक को सहयोग करते हुए योजना की सफल क्रियान्विति सुनिश्चित करेगे।
सोमवार के दिन अधिकारी अपने कार्यालयों में उपस्थित रहें : कलेक्टर

सिरोही। रमेश पेन्टर। जिला कलेक्टर बन्ना लाल ने एक आदेश जारी कर बताया कि प्रशासनिक सुधार एवं समन्वय (अनुभाग-1) जयपुर के शासन उप सचिव के अनुसार सोमवार नॉन टूरिंग डे होते हुए भी कई कार्यालयों में अधिकारीगण दौरों पर रहते है, जिससे ग्रामीण जनता को अपनी समस्याएं प्रस्तुत करने व राजकीय कार्यालयों से सम्बन्धित उनके कार्य अधिकरियों के न रहने से नहीं हो पाते हैं, यह राज्य सरकार की मंशा के विरूद्व है। भविष्य में प्रत्येक सोमवार (यथा संभव) दौरा रहित दिवस नॉन टूरिंग डे एवं बैठक रहित दिवस होगा। इस दिन प्रत्येक अधिकारी अपने कार्यालय में उपस्थित रहकर राजकीय कार्य सम्पादित करेगें और जन सुनवाई करके नागरिको की समस्याओं का निराकरण करेगे।

Wednesday, April 25, 2012

सिरोही। समाचार/रमेश पेंटर। समीपवर्ती वराडा गांव में हर वर्ष की भांति इस साल भी हनुमानजी मंदिर का भव्यतिभव्य मेला (वार्षिकोत्सव) बैशाखसुद 6 दिनाँक 27 अप्रैल 2012 को बड़ी धूमधाम से आयोजित होगा। जहां आसपास के देलदर, मंडवारिया, बरलूट, जामोतरा, भूतगांव, मनोरा, सतापुरा, सवणा, रायपुरिया, सियाणा सहित कई गांवों के सैकडो श्रद्धालु भाग लेंगे। इस साल यह मेला व (महाप्रसादी) वराडा निवासी स्व. श्री गोकुलचन्दजी हजारीमलजी अग्रवाल की ओर से आयोजित किया जा रहा है। हनुमानजी के मेले को लेकर मंदिर को लाईट डेकोरेशन व फुल मालाओं से दुल्हन की तरह सजाया सजाया गया है। एवं बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए गर्मी व धूप-छांव के कारण टेन्ट पानी की व्यवस्था भी की गई है। मेले के प्रचार प्रसार हेतु आसपास के गांवो मे मुख्य चौराहाे पर होर्डिंग व बैनर लगाये गये। मेले के आयोजक वराडा निवासी इन्दरभाई व श्रीराम अग्रवाल के अनुसार आज शाम उनके निवास स्थान पर भव्य भजन संध्या का कार्यक्रम होगा, जिसमें भजन कलाकार ग्यारसीलाल एंड पार्टी भव्य प्रस्तुति देंगे। 26.4.2012 को मंदिर में हवन कार्यक्रम होगा। मेले के दिन सुबह भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। जिसमें ढोल नगाडों व डीजे साउण्ड एवं घोडे़ रथगाड़िया आदि शामिल होगे। शोभायात्रा सुबह 8 बजे गाजे बाजे व डी जे की धूम व जय जयकारो के साथ रवाणा होकर वराडा के मुख्य मार्गो से गुजरकर मंदिर आकर विसर्जित होगी। मेले मे परम पूज्य राष्ट्रीय संत श्री कृपारामजी के श्रीमुख से प्रवचन होगा। जिसके लिए अलग से पंडाल की व्यवस्था की गई है एवं सुप्रसिद्ध भजन सम्राट रामश्वर माली एण्ड पार्टी द्वारा भजन कार्यकम होगा।

Thursday, April 5, 2012

बाल विवाह के दुष्परिणामों की दी गई जानकारी


सिरोही (राजस्थान)। समाचार/रमेश पेन्टर। मुख्य न्याययिक मजिस्ट्रेट सतीशचन्द्र कौचिक ने कहा कि बाल विवाह की रोकथाम के लिए जागरूकता उत्पन्न करने एवं आमजन को इसके दुष्परिणामों से अवगत कराने का दायित्व हम सभी का है बाल विवाह में शामिल होने वालों के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई करने का प्रावधान है। सतीशचन्द्र कौचिक मंगलवार को वराडा हनुमानजी मंदिर प्रांगण मे आयोजित बाल विवाह की रोकथाम के कार्यक्रम मे बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि बाल विवाह होने पर कई समस्याएँ पैदा होती है, और यह कानून जूर्म है। छोटी उम्र मे विवाह होने से शारीरिक विकास नही हों पाता व कई विकास अवरूद्ध हो जाते है, सही उम्र में विवाह होने से मानसिक व शारीरिक विकास पूर्ण होता है एवं इससे आने वाली पीढी का जीवन भी सुरक्षित रहता है इसलिए बाल विवाह पर पूर्णतया रोक होनी चाहिए व सभी को मिलकर प्रबल प्रयास करने चाहिए। न्याययिक मजिस्ट्रेट सिरोही महेन्द्र गोयल ने कहा कि बाल विवाह की रोकथाम के लिए हम सभी को एकजुट होकर साथ देना होगा। कार्यक्रम से पहले मुख्य न्याययिक मजिस्ट्रेट एवं न्याययिक मजिस्ट्रेट सिरोही का माला व साफा पहनाकर स्वागत किया गया। कार्यक्रम मे बरलूट थानाधिकारी देवी सिंह ढाका, वराडा सरपंच नरपतसिंह राठौड, तारारामजी पुरोहित, पुनमाराम सुथार, छोगाजी सुथार, जुहाराराम पुरोहित, लक्ष्मण पुरोहित, बाबुजी लुहार एवं कई लोग मौजुद थे।