Wednesday, April 25, 2012

सिरोही। समाचार/रमेश पेंटर। समीपवर्ती वराडा गांव में हर वर्ष की भांति इस साल भी हनुमानजी मंदिर का भव्यतिभव्य मेला (वार्षिकोत्सव) बैशाखसुद 6 दिनाँक 27 अप्रैल 2012 को बड़ी धूमधाम से आयोजित होगा। जहां आसपास के देलदर, मंडवारिया, बरलूट, जामोतरा, भूतगांव, मनोरा, सतापुरा, सवणा, रायपुरिया, सियाणा सहित कई गांवों के सैकडो श्रद्धालु भाग लेंगे। इस साल यह मेला व (महाप्रसादी) वराडा निवासी स्व. श्री गोकुलचन्दजी हजारीमलजी अग्रवाल की ओर से आयोजित किया जा रहा है। हनुमानजी के मेले को लेकर मंदिर को लाईट डेकोरेशन व फुल मालाओं से दुल्हन की तरह सजाया सजाया गया है। एवं बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए गर्मी व धूप-छांव के कारण टेन्ट पानी की व्यवस्था भी की गई है। मेले के प्रचार प्रसार हेतु आसपास के गांवो मे मुख्य चौराहाे पर होर्डिंग व बैनर लगाये गये। मेले के आयोजक वराडा निवासी इन्दरभाई व श्रीराम अग्रवाल के अनुसार आज शाम उनके निवास स्थान पर भव्य भजन संध्या का कार्यक्रम होगा, जिसमें भजन कलाकार ग्यारसीलाल एंड पार्टी भव्य प्रस्तुति देंगे। 26.4.2012 को मंदिर में हवन कार्यक्रम होगा। मेले के दिन सुबह भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। जिसमें ढोल नगाडों व डीजे साउण्ड एवं घोडे़ रथगाड़िया आदि शामिल होगे। शोभायात्रा सुबह 8 बजे गाजे बाजे व डी जे की धूम व जय जयकारो के साथ रवाणा होकर वराडा के मुख्य मार्गो से गुजरकर मंदिर आकर विसर्जित होगी। मेले मे परम पूज्य राष्ट्रीय संत श्री कृपारामजी के श्रीमुख से प्रवचन होगा। जिसके लिए अलग से पंडाल की व्यवस्था की गई है एवं सुप्रसिद्ध भजन सम्राट रामश्वर माली एण्ड पार्टी द्वारा भजन कार्यकम होगा।

Thursday, April 5, 2012

बाल विवाह के दुष्परिणामों की दी गई जानकारी


सिरोही (राजस्थान)। समाचार/रमेश पेन्टर। मुख्य न्याययिक मजिस्ट्रेट सतीशचन्द्र कौचिक ने कहा कि बाल विवाह की रोकथाम के लिए जागरूकता उत्पन्न करने एवं आमजन को इसके दुष्परिणामों से अवगत कराने का दायित्व हम सभी का है बाल विवाह में शामिल होने वालों के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई करने का प्रावधान है। सतीशचन्द्र कौचिक मंगलवार को वराडा हनुमानजी मंदिर प्रांगण मे आयोजित बाल विवाह की रोकथाम के कार्यक्रम मे बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि बाल विवाह होने पर कई समस्याएँ पैदा होती है, और यह कानून जूर्म है। छोटी उम्र मे विवाह होने से शारीरिक विकास नही हों पाता व कई विकास अवरूद्ध हो जाते है, सही उम्र में विवाह होने से मानसिक व शारीरिक विकास पूर्ण होता है एवं इससे आने वाली पीढी का जीवन भी सुरक्षित रहता है इसलिए बाल विवाह पर पूर्णतया रोक होनी चाहिए व सभी को मिलकर प्रबल प्रयास करने चाहिए। न्याययिक मजिस्ट्रेट सिरोही महेन्द्र गोयल ने कहा कि बाल विवाह की रोकथाम के लिए हम सभी को एकजुट होकर साथ देना होगा। कार्यक्रम से पहले मुख्य न्याययिक मजिस्ट्रेट एवं न्याययिक मजिस्ट्रेट सिरोही का माला व साफा पहनाकर स्वागत किया गया। कार्यक्रम मे बरलूट थानाधिकारी देवी सिंह ढाका, वराडा सरपंच नरपतसिंह राठौड, तारारामजी पुरोहित, पुनमाराम सुथार, छोगाजी सुथार, जुहाराराम पुरोहित, लक्ष्मण पुरोहित, बाबुजी लुहार एवं कई लोग मौजुद थे।